2. सत्य की महिमा
1. सत्य क्या होता है ? और उसका रूप कैसा होता है ? April-2016
OR पाठ के अनुसार सत्य का स्वरूप कैसा है ? April 2020
ü सत्य
! बहुत ही भोला-भला, बहुत ही सीधा-साधा
होता है ।
ü सत्य
दृष्टि का प्रतिबिंब है, ज्ञान का प्रतिलिपि
है, आत्मा की वाणी है।
ü जो
कुछ भी आँखों से देखा, उसे बिना नमक-मिर्च
लगाए बोलना ही सत्य है ।
2. शास्त्र में सत्य
बोलने का तरीका कैसे समझाया गया है ?
April 2017 June 2017, 2019
शास्त्र
में समझाया गया है सच बोलो जो दूसरों को प्रिय लगे, अप्रिय सत्य मत बोलो ।'
3. महात्मा गांधी जी का
सत्य शक्ति के बारे में क्या कथन है ? April
2015 Sept-2020
OR सत्य के बारे में महात्मा गांधी जी का क्या विचार है ?
Apri 2016 Jun
2015 Apr 2019
ü गांधी
जी की सत्य के बारे में कथन है - "सत्य" एक विशाल वृक्ष है।
ü उसका
जितना आदार किया जाता है, उतने ही फल उसमें
लगते हैं। उनका अंत नहीं होता।
4. झूठ बोलनेवालों की
हालत कैसी होती है ? June-2018
OR झूठ
बोलने का परिणाम क्या होता है ? June 2017 April-2018
ü अपमानित
होना पड़ता है।
ü व्यक्ति
के विकास के मार्ग में बाधक होता है व्यक्तित्व कुंठित होता है।
ü लोगों
का उस पर विश्वास उठ जाता है।
ü उन्नति
द्वार बंद हो जाते हैं ।
5. राजा
हरिश्चंद्र की सत्यनिष्ठा के बारे में बताइए।
June
2016
ü Ans:
राजा हरिश्चंद्र की सत्यनिष्ठा विश्वविख्यात है।
ü उन्हे
सत्य के मार्ग पर चलते अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा,
लेकिन उनकी कीर्ति आज भी सूरज की रोशनी से कम प्रकाशमान नहीं है ।
6. झूठ
का सहरा लेने से क्या-क्या सहना पडता है ?
ü एक
झूठ साबित करने के लिए हज़ारों झूठ बोलने पड़ते हैं।
ü और,
कहीं पोल खुली तो मुँह काला करना पड़ता है, अवमानित
होना पड़ता है।
7. हमें
सत्य बोलने और पालन करने का अभ्यास क्यों करना चाहिए ?
ü Ans
: सत्य की महिमा अपार है। सत्य महान और परम शक्तिशाली है ।
ü सत्य
की नाव से ही हम भवसागर का संतरण कर सकते हैं।
ü सत्य
वह चिनगारी है जिससे असत्य पल भर में भस्म हो जाता है।
ü अतः
हमें हर स्थिति में सत्य बोलने और पालन करने का अभ्यास करना चाहिए।
8. “संसार के महान व्यक्तियों ने सत्य का सहार लिया
है" -सोदाहरण समझाइए ।
ü राजा
हरिश्चंद्र की सत्यनिष्ठा विश्वविख्यात है।
ü राजा
दशारत ने सत्य वचन निभाने के लिए अपने प्राण त्याग दिए।
ü महात्मा
गांधी जी ने सत्य की शक्ति से ही विदेशी शासन को झकझोर दिया।
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