VIII. 37. दिए गए संकेत बिंदुओं के आधार पर 12 15 वाक्यों में किसी एक विषय के बारे में निबंध लिखिए : 1 x 4 = 4
1.जनसंख्या की समस्या
प्रस्तावना / विषय प्रवेश :- बढ़ती
जनसंख्या की समस्या सामान्य रूप से विश्व की समस्या है | भारत को बढ़ती हुई जनसंख्या का सामना करना पड़ रहा
है। दुनियाँ की 17% आबादी भारत में रहती है। जनसंख्या की दृवि से भारत विश्व में
दूसरे स्थान पर है |
जनसंख्या में वृद्धि के कारण :
Ø
विज्ञान
की उन्नति के साथ चिकित्सी एवं स्वास्थ्य की सुविधाओं में उन्नति हुई है।
Ø
विभिन्न
बीमारियों के लिए इलाज और उपचार शोध किये गये हैं । फलतः जन्म लेने वाले शिशुओं और
रोगियों की मृत्यु दर में कमी हुई है। तथा औसत आयु में वृद्धि हुई है ।
Ø
अशिक्षित
और गरीब वर्ग के लोगो के अज्ञान के कारण जनसंख्या में वृद्धि ।
Ø
धार्मिक
श्रध्दा के कारण जन्म नियंत्रण विधियों और परिावार नियोजन विधियो को नही
अपनाना ।
जनसंख्या विस्फोट के दुष्परिणाम :
Ø
बढ़ती
हुई जनसंख्या के कारण देश की प्रगति कुंठित होती है ।
Ø
वस्तुओं
के मूल्य में वृद्धि और दिन प्रतिदिन
महंगाई बढ़ रही है ।
Ø
बेकारी
और बेरोज़गारी की वजह से अपराधों में
वृद्धि हुई है ।
Ø
पर्यावरण
प्रदूषण की समस्या उत्पन्न हुई है ।
भारत में जनसंख्या नियंत्रण के लिए उठाए गए कदम :
Ø
सरकार
ने पुरुषों के लिए न्यूनतम विवाह योग्य आयु
21 वर्ष और महिालाओं के लिए 18
वर्ष तय की है ।
Ø
दत्तक
ग्रहण को बढ़ाव दिया गया है सरकार द्वारा बच्चों को गोद लिने को भी बढ़ाव दे दिया
गया है
।
Ø
सरकार
तथा सामाजिक संस्थाओं ने सभाओं,
गोष्टिओं, संचार माध्यमों द्वारा छोटे पररिार से होने वाले
फ़ायदे का प्रचार व प्रसार किया है।
उपसंहार :
भारत में बढ़ती जनसंख्या गंभीर
चिंता का विषय है । हालंकि सरकार ने इस पर नियंत्रण रखने के लिए बहुत सारे कदम
उटाए हैं , लिखिन यह नियंत्रण पर्याप्त प्रभावि
नहीं है । इस समस्या को रोकने के लिए कई अन्य उपाय किए जाने की अवश्याकता है।
“सुखमय जीवन का यह सार | दो बच्चों का हो परिवार |“
2.स्वच्छता का महत्व
प्रस्तावना / विषय प्रवेश :- “ स्वच्छता में
निर्माल्ता ,
सफ़ाई में खुदाई
होती है । ” साफ़ सफ़ाई एक अच्छी आदत है , जो स्वच्छ पर्यावरण और आदर्श जिवन के लिए हर एक
के पास होनी चाहिए ।
महत्व एवं आवश्यकता : स्वच्छता
हमें मानसिक सामाजिक और बौद्धिक हर तरीके
से स्वस्थ बनाती है । हमें
अपने आसपास के वातावरण को साफ रखना चाहिए ताकि किसी प्रकार की बीमारी ना फैले।
अभियान का आरंभ : स्वच्छ
भारत अभियान का आरंभ नई दिल्ली के राजघाट पर 2 अक्टूबर 2014 को भारत के प्रधानमंत्री
श्री नरेंद्र मोदी जी ने किया था |
अभियान के उद्देश्य:
Ø
भारत
में खुले में मला त्याग की व्यवस्था का जड़ से उन्मूलन करना |
Ø
व्यक्तिगत
शौचल्य का निर्माण की व्यवस्था |
Ø
स्वच्छता
के लिए लोगो में जागरूकता लाना |
Ø
व्यावहारिक
बदलाव को बढ़ाव देना |
Ø
शहर
और ग्रामों को स्वच्छ रखना |
Ø
साफ
सफाई से संबंधित जन जागृति कार्याक्रम का आयोजन करना |
उपासंहर: हम यह कह सकते हैं कि मानव के जीवन में स्वच्छता का
बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है । स्वच्छ
विद्यलय, स्वच्छ भोजन, स्वयं की स्वच्छता, व्यक्तिगत स्वच्छता, बचों की सुरक्षा, स्वच्छ
पेयजल और स्वच्छ शौचालय इन सब का होना बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस लिए देश के हर
नागरिक को अपने घर के आस पास के वातावरण को स्वच्छ रखना सीखना
चाहिए। और छात्रों को भी स्वच्छता के प्रति सचेत कराना अवश्यक है।
3.इंटरनेट
विषय प्रवेश :- आज
का युग इंटरनेट युग है ।
बड़े बूढ़ों से लेकर
छोटे बच्चों तक सब पर इस इन्टरनेट का असर पढ़ा है ।
इंटरनेट का अर्थ :- इंटरनेट अनगिनत कंप्यूटरों के कई
अंतरजाल का एक दूसरे से संबंध स्थापित करने का जाल है।
इंटरनेट का महत्व :- इंटरनेट
जीवन के हर क्षत्र में अपना कमाल दिखाया
है। चिकत्सा
, कृषि, अंतरिक्षा
ज्ञान , विज्ञान , शिक्षा
और यहां तक कि देश के रक्षा दिलो की
कार्यावाही में इंटरनेट का बहुत बड़ा योगदान है।
इंटरनेट लाभ:
§
इंटरनेट
द्वारा घर बैटे बैटे खरीदारी कर सकते हैं।
§
कोई
भी विचार हो , चित्र हो , या विषय हो कम समय में विश्व के किसी भी कोने
में भेजना संभव हो गया है।
§
इंटरनेट
द्वारा कोई भी बिल भर सकते हैं ।
§
इंटरनेट
बैंकिंग द्वारा दुवनियां की किसी भी जगह में चाहे जितनी भी रक़म भेजी जा सकती है । संचार और सूचना के क्षेत्र में प्रगति हुई है ॰
इंटरनेट के दुष्परिणाम / हानियां :-
§
इंटरनेट
की वजह से पैरेसी ,
बैंकिंग फ्रॉड , हांकिंग आधि बढ़ रही है ।
§
मुक्त
वेब साइट , चाटिंग आधि से युवा पीढ़ी बिगड़ रही
है ।
§
बच्चों
अनावश्यक एवं अनुपयुक्त जानकारी हावसि कर रहे हैं ।
§
समय
को नष्ट कर रहे हैं
उपसंहार :- उपरयुक्त विषय को देखते हुये हम कह सकते हैं
कि इंटरनेट एक ओर वरदान है तो दूसरी ओर अभिशाप भी है । हमें
इंटरनेट का उपयोग जरूरतों को या अच्छे
ज्ञान को प्राप्त करने के लिए करना चाहिए ना कि अनावश्यक या अनुपयोगी जानकारी के
लिए ।
4.नागरिक
के कर्तव्य
विषय प्रवेश : भारत एक लोकतांवत्रिक देश है , जहां नागरिक पूरी स्वतंत्रता के साथ रहते हैं। हर
नागरिक को अपने देश पर अधिकार के साथ साथ देश के प्रति उसके उत्तरदायित्व भी होते
हैं।
नागरिक का अर्थ और अच्छे नागरिक के लक्षण :
·
देश
के किसी भी स्थान शहर या गांव में रहनेवाले व्यक्तियों को नागरिक कहते हैं .
·
देश
के अच्छे नागरिक होने के नाते अपने गांव,
शहर, समाज,
राज्य और राष्ट्
के प्रति उत्तरदायित्व रखना चाहिए ।
·
देश
के नियमो तथा कानूनों का पालन करना चाहिए ॰
·
देश
को समृध्दि एवं खुशहाल बनाए रखने के लिए अपनी महत्वपूर्ण भुमिका निभाना चाहिए ।
·
अच्छे
नागरिक का व्यवहार देश और देशिासियों के हित में हो और देश के विकास के प्रति
चिंतित रहकर अपना योगदान देना चाहिए ।
नागरिक के कर्तव्य :
·
संविधान
के नियमो का प्लन करना ।
·
देश
के प्रति गौरव भाव अपने देश के राष्ट्रध्वज ,राष्ट्ररगान ,राष्ट्रीय त्योहार , आधि का आदर करना ।
·
देश
की एकता और अखंडता कायम रखना ।
·
देश
की धरोहर की रक्षा करना और सार्वजनिक संपत्ति को सुरक्षित रखना ।
·
जाति
, धर्मा , भाषा ,
प्रदेश , वर्गा पर आधारित भेद भावों से दूर रहना ।
·
वैज्ञानिक
दृष्टिकोण और सुधार की भावना का विकास करना ।
·
देश
की संस्कृती और गौरवशालि परंपरा का सम्मान करना ।
उपसंहार :
समाज उन लोगों को सम्मान देता है ,
जो अपने कर्तव्या
को सही तरीके से निर्वाहन करते हैं । देश के नागरिक होने के नाते हमें इन
कर्तव्यो का पालन करना चाहिए ।
इससे देश का
कल्याण होगा , अपने कर्तव्योऔर नियमो का उल्लंघन
करनेवालो नागरिक दंड का भागेदार होगा ।
5.बेरोज़गारी
विषय
प्रवेश : हमारे देश की एक कठिन समस्या है बेरोज़गारी |
बेरोज़गारी एक आर्थिक और सामजिक समस्या है जिसके कारण देश
की शांति और व्यवस्था को खतरा है |
बेरोज़गारी का अर्थ
: बेरोजगार उस व्यक्ति को कहा जाता है जो कि बाजार में प्रिति मजदूरी दर पर काम तो
करना चाहता है लिखिन उसे काम नही मिल पा रहा है | किसी
पढ़े विखे व्यक्ति को नौकरी नही मिल रही है तो उसे बेरोजगार माना जाता है |
बेरोज़गारी के कारण :
v
बढ़ती
हुई जनसंख्या ।
v
दोषपूर्ण
शिक्ष प्रणालि ।
v
आधुवनक
मशीनोंका उपयोग
v
उद्योग
धंधों का अभाव ।
v
लघु
तथा कुटीर उद्योगों की अिनति
बेरोज़गारी के दुष्परिणाम
:
v
बेरोजगारी
के कारण निर्दनता में वृद्धि होती है।
v
भुखमरी
की समस्या उत्पन्न होती है ।
v
अपराधों
में वृद्धि होती है ।
v
बेरोजगारी
के कारण मानसिक अशांति होती हैऔर कुछ लोग तंग आकर आत्महत्या कर लेते हैं
बेरोज़गारी दूर करने के उपाय :
v
लघु
उद्योगों को प्रोत्साहन देना ।
v
जनसंख्या
वृद्धि पर नियंत्रण लगाना ।
v
मशीनीकरण
और कप्यूटरीकरण पर नियंत्रण ।
v
रोजगार
के नए अवसरों की तलाश।
v
कृषि के सहायक उद्योग धंधों का विकास।
v
कुटीर
और लघु उद्योगों का विकास,
शिक्षा प्रणालि
में परिवर्तन।
उपसंहार : हमें वनराश
नहं होना चाहिए हमारी शिक्षण व्यवस्था में सुधार किया जा रहा है । अपने काम धंधे करने के लिए लोन दिया
जा रहा है ।
आवश्यकता इस बात
की है कि हम आत्मश्वास और दृढ़ता के साथ सहयोग करें और मिलकर इस समस्या को हल करें ।
6. महाँगाई
विषय प्रवेश :
भारत की बहुत सी आर्थिक समस्याओं में महंगाई की समस्या एक मुख्य है ,
जिसके कारण ग़रीबों को अपनी मूलभूत आवश्यकताएाँ भी पूरी करना
मुश्किल हो जाता है ।
महंगाई का अर्थ : महंगाई
का अर्थ होता है वस्तुओं की क़ीमत में
वृद्धि या इज़ाफ़ा होना। महंगाई की वजह से
देश की अर्थ व्येवस्था में उतार चढाव आते हैं |
महंगाई के कारण
:
o
जनसंख्या वृद्धि के कारण ।
o
अनाज कम होने के कारण ।
o
अतिवृष्टि और अनावृष्टि के
कारण ।
o
बड़े बड़े व्यापारी अनाज को अपने
अपने गोदामों में जमा कर बाज़ार में दाम बढ़ने तक रखते हैं
महंगाई से उत्पन्न
समस्याएं :
o
अनाज पर्याप्त मात्र में ना
मिलने के कारण काला बाज़ारी की समस्या उत्पन्न होती है ।
o
काला धन जमा हो रहा है ।
o
राजनीति में व्याप्त भ्रष्टाचर
।
o
राष्ट्रीय कृत उद्योगों में
घाटा ।
o
रुपए का अवमूल्यन मुद्रास्फीति।
महंगाई दूर करने के
उपाय : सरकार
को कालाबाजारी रोकने के लए बहुत ही सख्त कानून बनाने चाहिए । महंगाई को खत्म
करने के लिए जनता को भी सरकार का साथ देना चाहिए । जनसंख्या पर नियंत्रण लगाने से
भी महंगाई को रोका जा सकता है ।भ्रष्टाचार
काला बाजारी करनेवालों पर शासक पर का कठोर नियंत्रण होना चाहिए ।
उपसंहार : महंगाई देश की
आर्थिक व्यव्स्ता के लिए खतरनाक है इस पर नियंत्रण नही किया गया तो भ्रष्टाचार को
प्रेरणा मिलती है इसके कारण आर्थिक वृद्धि मंद पड़ जाती है अतः महंगाई पर नियंत्रण
के लिए यथाशीघ्र कड़े से कड़े कदम उठाने की अवश्यकता है |
7.
समाचार पत्र
विषय प्रवेश :
“रोज़ सबेरे घर मैं आऊाँ देश - विदेश
की ख़बर सुनाऊाँ
ज़मीन
– आसमान की बातें बताऊाँ। बताओ
मैं कौन हुं ?
”
दुनियाँ के हर
कोने की खबरों को हर दिन आम आदमी तक पहुंचने वाल ज़बरदस्त, सुलभ और सस्ता माध्यम ही समाचार पत्र है`।
समाचार पत्र का इतिहास :
भारत में सर्वप्रथम समाचार पत्र सन 1843 में हिन्दी भाषा में ‘ उदंत मातांड ‘ और
कन्नड़ भाषा में ‘ मंगलुरू समाचारा ‘ नाम
से प्रकाशित हुआ।
समाचार पत्र के रूप और प्रकार : समाचार पत्र दैनिक ,साप्ताहिक ,पाक्षिक
, मासीक आधि के रूप में मिलते हैं | विषय की दृवि से सामाजिक, धार्मिक ,
वैज्ञानिक , साहितिक ,
आर्थिक , सांस्कृतिक , मनोरंजक
आदि लोगों में विभाजित किया जाता है ।
समाचार पत्र का महत्व एवं लाभ :
समाचार पत्र के कई लाभ होते हैं ।
·
आम
जनता तक स्थानीय,राज्या,राष्ट्रीय,
तथा अंतराष्ट्रीय
ताज़ा खबरें आसानी से पहुंचजाती हैं ।
·
ज्ञान
में वृधी होती है ।
·
खेल
कुद, सिनेमा, मौसम,
नौकरी संबंधी
विज्ञापन, बाज़ार भाव, कृषि व्यापार, संबंधी
सूचनाएाँ मिलती हैं ।
·
किसानों
को कृषि संबंधी बहुत सारी जानकारी मिलती है ।
·
वैज्ञानिक
आविष्कारों से बचे परिचित होते हैं ।
उपसंहार
: समाचार पत्र आजकि मानुष के जीवन का विभिन्न अंग बन चुका है । समाज
और जनता के ज्ञानजगत का सुलभ साधन है । समाचार पत्र जनता की वाणी , दुनियाँ का दर्पण है । यह
जनजागरण का सुगम और सर्वोत्तम साधन है । संक्षेप में कहा जाय तो समाचार पत्र
एक सरि एवं मितव्ययी साधन है ।
8. पर्यावरण परदूषण
प्रस्तावना : परिसर
का गहरा प्रभाव मानव जीवन पर पड़ता है । मानव
ही अपने चारों ओर के वातावरण को शुध्द रख सकता है , लेखिन प्रकृति की गोद में पला माना आज प्रकृति पर ही अत्याचार कर रहा है
और पर्यावरण को दूषित कर रहा है ।
पर्यावरण परदूषण
अर्थ एवं प्रकार : पर्यावरण प्रदूषण का अर्थ है विशेष
रूप से दोष युक्त वातावरण । मुख्य रूप से प्रदूषण 3 प्रकार से होता है । हवा के दूषित हो जाने से ,
जल के गंदे हो जाने से, और ध्वनि की अधिकता से
, संक्षेप में इनको वायु प्रदूष , जल
प्रदूषण, और ध्वनि प्रदूषण कहा जाता है ।
पर्यावरण परदूषण के
कारण : पर्यावरण प्रदूषण का मुख्य कारण है हमारी बढ़ती
हुई जनसंख्या वाहनों की संख्या और कारखानों की संख्या ।
·
वप्रदूषण का प्रमुख कारण वन
विनाश है। लगातार वृक्षिों की कटाई से
प्रकृति का संतुलन डगमगा रहा है।
·
वाहनो और कारखानो से
निकलनेवालि कार्बन डाई ऑक्साइड तथा अन्य विषैली गैसों से पर्यावरण प्रदूषण बढ़ रहा है ।
·
कारखानों से निकलाने वाले हानिकारक रासायनिक द्रव्य बहकर नदी नालों में
जा मिलते हैं और पानी गंदा हो जाता है।
·
अनावश्यक जगहों पर
ध्वनिवर्धकों का उपयोग और बिना कारण वाहनों
के भोपू बजाना लिसके कारण ध्वनि प्रदूषण होता है ।
परदूषण रोकने में
छात्रों की भूमिका : पर्यावरण प्रदूषण को
रोकने के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए |
अपनी पाठशाल एवं गांव का किचरा कड़ा और गंदगी को साफ करना चाहिए |
पर्यावरण प्रदूषण के प्रति जागरूक रहना चाहिए | पेड़ पौधों को लगाना और बढ़ाना चाहिए |
उपसंहार : पर्यावरण प्रदूषण को रोकना हमारा करतव्य है | सरकार द्वारा बनाए गए कानूनों को ध्यान में रखकर एक अच्छे नागरिक की
हैसियत से हमें अपने आसपास के वातवरण को साफ रखने का भरसक प्रयास करना चाहिए|
सरकार को संचार माध्यमों द्वारा पर्यावरण के महत्व का प्रचार प्रसार
करना चाहिए। ऐसा करने से पर्यावरण प्रदूषण
को कुछ हद तक रोका जा सकता है |